रूस ने मारियुपोल पर हमले तेज किए, लोगों ने लगायी मदद की गुहार |

रूस ने मारियुपोल पर हमले तेज किए, लोगों ने लगायी मदद की गुहार

रूस ने मारियुपोल पर हमले तेज किए, लोगों ने लगायी मदद की गुहार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:54 PM IST, Published Date : April 21, 2022/11:12 am IST

कीव, 21 अप्रैल (एपी) रूसी सेना ने मारियुपोल में एक विशाल इस्पात संयंत्र में छिपे रक्षकों के खिलाफ बुधवार को घेराबंदी सख्त कर दी है। यह मारियुपोल में यूक्रेन का संभवत: अंतिम गढ़ है। अंदर छिपे एक लड़ाके ने वीडियो में मदद की गुहार लगाते हुए कहा है, ‘‘हमारे पास शायद चंद दिन या कुछ घंटे बचे हैं।’’

नयी बमबारी के कारण इस बंदरगाह शहर में फंसे नागरिकों को निकालने का प्रयास नाकाम हो गया है।

इस बीच, क्रेमलिन ने युद्ध खत्म करने के लिए अपनी मांगों के एक मसौदे में कहा कि देश छोड़कर भागने वाले लोगों की संख्या 50 लाख पर पहुंच गयी है।

वैश्विक तनाव बढ़ने पर रूस ने नयी तरह की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ‘सरमट’ के पहले सफल परीक्षण की जानकारी दी।

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यह किसी भी मिसाइल रक्षा प्रणाली से बच सकती है और रूस को धमकाने वाले लोगों को ‘‘दो बार सोचने’’ पर मजबूर करती है। रूस की सरकारी अंतरिक्ष एजेंसी ने इस परीक्षण को ‘‘नाटो को तोहफा’’ बताया।

पेंटागन ने इसे ‘‘नियमित’’ परीक्षण बताया और कहा कि वह इसे खतरा नहीं मानता है।

युद्ध के मोर्चे पर यूक्रेन ने कहा कि मॉस्को के पूर्वी क्षेत्र पर हमले जारी हैं। रूस ने कहा कि उसने ठिकानों पर सैकड़ों मिसाइल और हवाई हमले किए। इसमें सेना और वाहनों के जमावड़े वाले ठिकाने भी शामिल हैं।

क्रेमलिन ने कहा कि उसका मकसद डोनबास को कब्जे में लेना है। मुख्यत: रूसी भाषी यह पूर्वी क्षेत्र कोयला खदान, धातु संयंत्रों और भारी उपकरण वाली फैक्ट्रियों का गढ़ है।

वहीं, लुहांस्क के गवर्नर ने कहा कि रूसी सेना का उनके क्षेत्र के 80 फीसदी हिस्से पर कब्जा है। रूस के 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने से पहले कीव सरकार का लुहांस्क क्षेत्र के 60 फीसदी हिस्से पर कब्जा था।

गवर्नर सेरही हेदई ने कहा कि रूसी सेना क्रेमिन्ना पर कब्जा जमाने के बाद रूबिझने और पोपस्ना के शहरों की ओर बढ़ रही है। उन्होंने सभी निवासियों से तत्काल शहर छोड़ने का अनुरोध किया है।

रूस ने कहा है कि उसने संघर्ष को खत्म करने के लिए अपनी मांगों का एक मसौदा यूक्रेन को सौंपा है।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘‘गेंद उनके पाले में है, हम जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’’

उन्होंने मसौदे प्रस्ताव पर कोई जानकारी नहीं दी और यह भी स्पष्ट नहीं है कि इसे कब भेजा गया गया।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने कोई प्रस्ताव देखा या सुना नहीं है। हालांकि, उनके एक शीर्ष सलाहकार ने कहा कि यूक्रेन इसकी समीक्षा कर रहा है।

यूक्रेन ने कहा कि बर्बाद हो चुके शहर मारियुपोल में रूस ने भारी बमबारी की है। अज्वोस्ताल इस्पात संयंत्र में कुछ हजार यूक्रेनी सैनिक मौजूद हैं।

एक यूक्रेनी ने फेसबुक पर एक वीडिया संदेश में विश्व नेताओं से संयंत्र से और अधिक लोगों को निकालने की गुहार लगायी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास 500 से अधिक घायल सैनिक और सैकड़ों नागरिक हैं, जिनमें महिलाओं और बच्चे शामिल हैं।’’

यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरिना वेरेश्चुक ने कहा कि महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित गलियारा बनाने का प्रयास नाकाम हो गया है क्योंकि रूसियों ने संघर्ष विराम लागू नहीं किया।

जेलेंस्की के एक सलाहकार मिखाइलो पोदोलियाक ने ट्वीटर पर कहा कि वह और यूक्रेन के अन्य वार्ताकार मारियुपोल में फंसे सैनिकों और नागरिकों की जान बचाने के लिए बिना किसी शर्त के वार्ता करने के लिए तैयार हैं। रूस ने अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुचा का हवाला देते हुए मारियुपोल में अभी और भयावहता को लेकर आगाह किया है।

एपी गोला नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)