थाईलैंड की संसद में प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू |

थाईलैंड की संसद में प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू

थाईलैंड की संसद में प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:49 PM IST, Published Date : July 19, 2022/4:42 pm IST

बैंकॉक, 19 जुलाई (एपी) थाईलैंड की संसद में प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा और उनके मंत्रिमंडल के 10 सदस्यों के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को चर्चा शुरू हुई।

विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार और आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। यह संभवत: आखिरी अविश्वास प्रस्ताव है, जिसका सामना प्रयुत सरकार अगले साल चार वर्षीय कार्यकाल समाप्त होने से पहले कर रही है।

इस अविश्वास प्रस्ताव पर अगले चार दिन तक चर्चा होनी है और संसद के निचले सदन में शनिवार को इसपर मतदान होगा।

विश्लेषकों ने कहा कि प्रयुत पहले तीन बार पेश अविश्वास प्रस्ताव जीतने में सफल रहे थे और इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि उनकी सरकार बच जाएगी, क्योंकि उनके गठबंधन को संसद में बहुमत हासिल है।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए विपक्षी पार्टी फ्यू थाई के नेता चोलनन श्रीकावे ने सरकार पर आर्थिक कुप्रबंधन और अमीरों व गरीबों के बीच खाई बढ़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा कि इसकी वजह से थाईलैंड आर्थिक रूप से पिछड़ गया है।

श्रीकावे ने आरोप लगाया कि प्रयुत, सरकारी एजेंसियों में भ्रष्टाचार की अनदेखी कर रहे हैं और लोकलुभावन नीतियों की वजह से बेवजह सार्वजनिक कर्ज को बढ़ा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘थाईलैंड कोमा में पड़ा मरीज है। वह सरकार की वजह से भारी कर्जे में दब गया है।’’

बचाव में प्रयुत ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले दो साल के दौरान सफलतापूर्वक अर्थव्यवस्था का संचालन किया और कोविड-19 महामारी का सामना किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम देश को दोबारा पटरी पर लाने, आय उत्पन्न करने और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में सफल रहे। हम संख्याबल के साथ यह (विश्वासमत) सबित करेंगे।’’

प्रयुत वर्ष 2014 में तख्तापलट के बाद सत्ता में आए और वर्ष 2019 के आम चुनाव में जीत दर्ज कर प्रधानमंत्री बने। उन्हें सत्तारूढ़ पलांग प्रचार्थ पार्टी का समर्थन मिला।

संसद में गठबंधन सरकार को 253 सदस्यों का समर्थन हासिल है, जबकि विपक्ष के साथ 224 सांसद हैं। मंत्रिमंडल के प्रत्येक लक्षित सदस्य (जिनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है) को पद बचाने के लिए कम से कम 239 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी।

एपी धीरज दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)