उत्तराखंड में कांग्रेस की हार पर पार्टी सहप्रभारी दीपिका पांडेय सिंह का इस्तीफा |

उत्तराखंड में कांग्रेस की हार पर पार्टी सहप्रभारी दीपिका पांडेय सिंह का इस्तीफा

उत्तराखंड में कांग्रेस की हार पर पार्टी सहप्रभारी दीपिका पांडेय सिंह का इस्तीफा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:53 PM IST, Published Date : March 13, 2022/10:24 pm IST

रांची, 13 मार्च (भाषा) झारखंड की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने उत्तराखंड में पार्टी की पराजय की जिम्मेदारी लेते हुए रविवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और उत्तराखंड में पार्टी के सहप्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया।

उन्होंने बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार भी जताया।

झारखंड में महगामा से विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने रविवार की सुबह ट्वीट किया कि, ‘‘उत्तराखंड में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए मैं पार्टी की राष्ट्रीय सचिव और उत्तराखंड में पार्टी की सहप्रभारी जैसे महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देती हूं।’’

दीपिका ने राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व की जिम्मेदारी देने के लिए पार्टी के प्रति आभार जताया, क्योंकि इससे उनको राष्ट्रीय स्तर पर काम करने का अनुभव प्राप्त हुआ।

दीपिका पांडेय सिंह के इस्तीफे के साथ ही उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी के विभिन्न पदों पर विराजे अन्य पदाधिकारियों के भी अब जल्द ही इस्तीफे हो सकते हैं।

दीपिका ने कहा कि पार्टी के एक-एक कार्यकर्ताओं ने चुनावों में काफी मेहनत की लेकिन पार्टी जनता के विश्वास पर खरा नहीं उतर पायी। इसके बावजूद पार्टी सदा आम लोगों के साथ खड़ी है।

दस मार्च को संपन्न हुए उत्तारखंड विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को सत्ता वापसी की काफी उम्मीद थी, लेकिन पार्टी को 70 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ 19 सीट जीतने में सफलता हासिल हुई। 47 सीट जीत कर भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया।

उत्तराखंड के 21 साल के इतिहास में पहली बार कोई पार्टी लगातार दो बार सरकार बनायेगी। उत्तरखंड में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को भी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल भी इस्तीफा देने की बात कह चुके हैं।

यद्यपि राज्य विधानसभा चुनावों में विजयी भाजपा के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पार्टी को विजयश्री दिलाने के बावजूद आश्चर्यजनक रूप से अपनी सीट नहीं बचा सके।

भाषा, इन्दु संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)