इंदौर के पटाखा कारखाना विस्फोट में झुलसे मजदूर की मौत, कारखाना संचालक गिरफ्तार |

इंदौर के पटाखा कारखाना विस्फोट में झुलसे मजदूर की मौत, कारखाना संचालक गिरफ्तार

इंदौर के पटाखा कारखाना विस्फोट में झुलसे मजदूर की मौत, कारखाना संचालक गिरफ्तार

:   Modified Date:  April 17, 2024 / 07:57 PM IST, Published Date : April 17, 2024/7:57 pm IST

इंदौर (मध्यप्रदेश), 17 अप्रैल (भाषा) इंदौर जिले में पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में गंभीर रूप से झुलसे तीन मजदूरों में से की एक मजदूर की अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई।

इस बीच, कारखाना संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जो मंगलवार को हुए इस धमाके के बाद फरार हो गया था।

चोइथराम हॉस्पिटल के उप निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. अमित भट्ट ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में गंभीर रूप से घायल रोहित परमानंद (20) घटना के बाद से सदमे में था और उसे जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया था।

भट्ट ने बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद रोहित की जान नहीं बचाई जा सकी।

उन्होंने बताया कि पटाखा कारखाना विस्फोट में गंभीर रूप से झुलसे दो अन्य मजदूरों-अर्जुन राठौर (27) और उमेश चौहान (29) की हालत इलाज के दौरान स्थिर बनी हुई है।

अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रूपेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि पटाखा कारखाने का संचालक मोहम्मद शाकिर खान धमाके के बाद से फरार था जिसे इंदौर शहर के खजराना क्षेत्र से बुधवार को गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने बताया कि खान के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के साथ ही भारतीय दंड विधान की धारा 308 (आपराधिक मानव वध का प्रयास) के तहत महू थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

द्विवेदी ने कहा,‘‘पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में झुलसे मजदूर की मौत के मद्देनजर खान के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में भारतीय दंड विधान की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) जोड़ी जाएगी।’’

पुलिस ने बताया कि इंदौर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर जंगली इलाके में एक खेत में चलाए जा रहे कारखाने में मंगलवार को रस्सी बम बनाए जाने के दौरान विस्फोट हुआ था।

अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) चरणजीत सिंह हुड्डा ने बताया कि यह कारखाना ‘‘अली फायर वर्क्स’’ नाम की फर्म का मालिक मोहम्मद शाकिर खान चला रहा था।

उन्होंने बताया,‘‘कारखाने में एक बार में केवल 15 किलोग्राम बारूद जमा कर रखने की मंजूरी दी गई थी, लेकिन घटनास्थल का मुआयना करने के बाद पता चला कि वहां इससे काफी ज्यादा मात्रा में बारूद जमा करके रखा गया था।’’

भाषा हर्ष धीरज

धीरज

 

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