गिरफ्तारी से बचने के लिए रची मौत की कहानी, नौ माह बाद पकड़ा गया |

गिरफ्तारी से बचने के लिए रची मौत की कहानी, नौ माह बाद पकड़ा गया

गिरफ्तारी से बचने के लिए रची मौत की कहानी, नौ माह बाद पकड़ा गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:56 PM IST, Published Date : May 9, 2022/2:18 pm IST

छतरपुर, नौ मई (भाषा) मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में कथित तौर पर 6.65 लाख रुपए की नकदी चोरी के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी मौत की कहानी गढ़ने वाले 34 वर्षीय एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

उप मंडल पुलिस अधिकारी मनमोहन सिंह बघेल ने सोमवार को बताया कि पिछले साल 16 जुलाई को व्यापारी सुधीर अग्रवाल ने बमीठा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि मिनी ट्रक चालक सुनील नामदेव राजनगर कस्बे में उनके द्वारा भेजी गई लोहे की छड़ें देने के बाद वहां से मिले 6.65 लाख रूपये लेकर गायब हो गया है और उसका वाहन एक गोदाम में लावारिस हालत में मिला है।

अधिकारी ने बताया कि 24 जुलाई 2021 को बमीठा थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिला था, आरोपी के परिवार ने उस शव की शिनाख्त नामदेव के तौर पर की और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शव बेहद क्षत विक्षत हालत में था लेकिन नामदेव के घरवालों ने दूर से ही देख कर तत्काल उसकी शिनाख्त कर दी,जिससे परिवार वालों पर पुलिस को संदेह हुआ और पुलिस अधिकारी ने शव के डीएनए की जांच कराने के आदेश दिए।

जांच में मृतक का डीएनए नामदेव के परिवार के सदस्यों के डीएनए से नहीं मिला, जिससे यह बात सामने आई कि शव नामदेव का नहीं था।

उन्होंने कहा कि इसी बीच व्यापारी अग्रवाल ने तीन मई को बागेश्वर धाम मंदिर के रास्ते में नामदेव को देखा और जब उससे अपने पैसे मांगे तो नामदेव ने कथित तौर पर व्यापारी को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड में वह पहले ही मर चुका है।

अधिकारी ने कहा कि अग्रवाल ने पुलिस को इसकी शिकायत की जिसके बाद पुलिस के एक दल ने नामदेव को पिछले सप्ताह गढ़ तिगड्डा इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने नामदेव के पास से पांच लाख रुपए भी बरामद किए हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस नामदेव के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

भाषा सं दिमो मनीषा शोभना

शोभना

 

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