शिक्षक संघ के पदाधिकारी और प्रांताध्यक्ष में ठनी, थोपे गए जिलाध्यक्ष को बताया संघ बायलॉज का उल्लंघन.. देखिए | Dispute in teacher union's leader and president in raigarh

शिक्षक संघ के पदाधिकारी और प्रांताध्यक्ष में ठनी, थोपे गए जिलाध्यक्ष को बताया संघ बायलॉज का उल्लंघन.. देखिए

शिक्षक संघ के पदाधिकारी और प्रांताध्यक्ष में ठनी, थोपे गए जिलाध्यक्ष को बताया संघ बायलॉज का उल्लंघन.. देखिए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:57 PM IST, Published Date : July 18, 2019/9:07 am IST

रायपुर। शिक्षाकर्मी संघ रायगढ़ में प्रांताध्यक्ष की एक कार्रवाई का संघ के पदाधिकारियों ने जमकर विरोध किया है। मामला छ ग पं नगरीय निकाय शिक्षक संघ से जुड़ा है। प्रांताध्यक्ष ने रायगढ़ जिला अध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला को 6 माह के लिए निलंबित कर नेतराम साहू को प्रभारी जिलाध्यक्ष बनाया है। इस पर गिरजा शंकर शुक्ला ने कोई लिखित पत्र प्राप्त नहीं होने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक सिर्फ वाट्सअप पोस्ट वायरल किया गया है जो ऐसे मामले में मान्य नहीं है।

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वही संघ के सभी विख अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियो का कहना है कि शुक्ला ने किसी भी प्रकार से अनुशासनहीनता नहीं किया है। उनके द्वारा जिला बैठक में सभी विख अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियो द्वारा आम शिक्षक के भावना व हित मे सर्वसम्मति से किए गए प्रस्ताव को जिला में लागू कर अमल किया है जो जिलाध्यक्ष होने के नाते उनका दायित्व है। विख अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि नेतराम साहू को प्रान्त द्वारा संघ बायलॉज के विपरीत जिला में प्रभारी जिलाध्यक्ष के रूप में थोपा गया है, जिसे हम कतई स्वीकार नही करेंगे क्योंकि संघ बायलॉज अनुसार जिलाध्यक्ष के चयन का अधिकार विख अध्यक्ष को है, और सभी विख अध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला को ही जिलाध्यक्ष मानते हैं और वही बने रहेंगे। उनके अनुसार प्रांताध्यक्ष का यह तानाशाही रवैया हैं जो एक तरफा बिना कारण शुक्ला के ऊपर अनुशाहीनता लागू कर रहे हैं और वही विख अध्यक्ष के अधिकारों का हनन करके एकाधिकारी बन रहे है, जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।

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इस पूरे मामले के पीछे संघ बायलॉज के विपरीत प्रांताध्यक्ष का अवैध मनोनयन और प्रांतीय निकाय में वित्तीय अनिमित्ता तथा संघ बायलॉज के विपरीत किए गए कार्यो को बताया जा रहा हैं। क्योंकि 23 जून को जिला बैठक के बाद इस संबंध में 9 बिन्दुओं का आवेदन प्रांतीय निकाय को भेजा गया है, जिसके बाद यह मामला गरमाया और प्रांताध्यक्ष ने स्वयं पर खतरा महसूस करते हुए यह कार्रवाई की है।

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इस मामले में विख अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि जिला के आवेदन पर प्रांतीय निकाय कार्रवाई नहीं करता है तो बायलॉज के विपरीत प्रांताध्यक्ष का अवैध मनोनयन, वित्तीय अनिमितता सहित अन्य विषयों पर पंजीयन कार्यालय रायपुर में संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त आवेदन प्रस्तुत किया जाएगा और कार्रवाई की मांग की जाएगी। क्योंकि हर विवाद की स्थिति में पंजीयन कार्यालय का निर्णय ही अंतिम व सर्वमान्य होता है।

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इस कार्रवाई के खिलाफ संघ के पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। शैलेन्द्र मिश्रा, जिला प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी के मुताबिक
वाट्सएप्प पोस्ट से पता चला है कि प्रांताध्यक्ष द्वारा प्रभारी जिलाध्यक्ष बनाया गया है कोई अधिकृत पत्र नहीं आया है इसलिए मान्य नहीं है। और यह संघ बायलॉज के विपरीत है विख अध्यक्ष को ही जिलाध्यक्ष चयन का अधिकार है। गिरजा शंकर शुक्ला जी द्वारा कोई भी अनुशाहीनता का कार्य नहीं किया गया है। उन्हें षणयंत्र का शिकार बनाया जा रहा है, जिसे जिला स्वीकार नही करता।

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राजकमल पटेल विख अध्यक्ष, रायगढ़ के मुताबिक ऐसा कोई पत्र नहीं आया है और वाट्सएप्प में तो कई तरह की खबरे चलता रहता है। जिलाध्यक्ष श्री गिरजा शंकर शुक्ला जी ने कोई अनुशाहीनता का कार्य नही किया है। और शुक्ला जी ही हमारे जिलाध्यक्ष हैं।

वहीं अजय पटनायक विख अध्यक्ष, तमनार के मुताबिक गिरजा शंकर शुक्ला जी ने कोई अनुशासनहीनता नहीं किया यदि प्रांताध्यक्ष ऐसा कर रहे हैं तो वह अनुचित है। यह हमारे अधिकारों का हनन हैं। हमारे जिलाध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला जी ही हैं।

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