अर्जेन्टीना। अर्जेन्टीना के महान फुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना का बुधवार को निधन हो गया। उन्होंने 60 की उम्र में अंतिम सांस ली। बताया गया कि माराडोना की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है। बता दें कि इसी महीने माराडोना की ब्रेन सर्जरी हुई थी और दो सप्ताह पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। माराडोना को दुनिया के महान फुटबॉलरों में शामिल किया जाता है। 1986 में अर्जेंटीना को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में मराडोना की बड़ी भूमिका थी।
ये भी पढ़ें- पुरुष राष्ट्रीय हॉकी शिविर एक हफ्ते पहले 12 दिसंबर को खत्म होगा: साइ
अर्जेंटीना के रहने वाले माराडोना अपने जमाने के दिग्गज फुटबॉलर थे। उनकी मौत की जानकारी अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन ने दी है। माराडोना का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ है। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अर्जेंटीना फुटबॉल असोसिएशन ने शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि ‘हमारे लीजेंड के निधन से हम शोक में डूबे हैं, आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।’
मारडोना ने महज 60 साल में इस दुनिया को अलविदा कह दिया । उनके निधन के बाद पूरी दुनिया के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने ट्वीट किया कि मेरे हीरो नहीं रहे, मैंने आपके लिए फुटबॉल देखा,वहीं, ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले ने कहा कि उम्मीद है कि हम आसमान में साथ फुटबॉल खेलेंगे।
My hero no more ..my mad genius rest in peace ..I watched football for you.. pic.twitter.com/JhqFffD2vr
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) November 25, 2020
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीटकर दी श्रद्धांजलि-
Football and the world of sports has lost one of its greatest players today.
Rest in Peace Diego Maradona!
You shall be missed. pic.twitter.com/QxhuROZ5a5— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) November 25, 2020
ये भी पढ़ें- भारतीय तीरंदाजी संघ को सरकार से मान्यता
डिएगो मैराडोना ने 1986 के वर्ल्ड कप को मिलाकर कुछ चार FIFA वर्ल्ड कप टूर्नामेंट खेले थे। दुनिया के महानतम फुटबॉलरों में शुमार मैराडोना ने बोका जूनियर्स, नपोली, बार्सिलोना जैसे क्लब से फुटबॉल खेला, मैराडोना ने अर्जेंटीना की ओर से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 91 मैच खेले और 34 गोल दागे। अर्जेंटिनोस जूनियर के साथ मैराडोना ने 16 साल की उम्र में अपना प्रोफेशनल करियर शुरू किया था और बाद में सबसे महान फुटबॉलर बन गए। अर्जेंटीना की ओर से माराडोना ने चार वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया है।
फुटबॉल से संन्यास लेने के बाद मैराडोना नशे की गिरफ्त में चले गए, मैराडोना की क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिडेल कास्त्रो से दोस्ती मशहूर थी और मुश्किल समय में कास्त्रा ने मैराडोना की काफी मदद भी की थी। कास्त्रो के निधन पर मैराडोना ने उन्हें पिता समान बताया था।
ये भी पढ़ें- मैं पावर हिटर नहीं हूं : राहुल
बीते 30 अक्टूबर को महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना ने शुक्रवार को अपना 60वां जन्मदिन मनाया था, और कहा कि उनकी ख्वाहिश इंग्लैंड के खिलाफ एक और गोल करने की है लेकिन इस बार दाहिने हाथ से ।
अर्जेंटीना के इस महान फुटबॉलर ने 1986 विश्व कप क्वार्टर फाइनल में बायें हाथ से गोल किया था जो सबसे मशहूर भी रहा और बदनाम भी जिसे ‘ हैंड आफ गॉड’ कहा गया ।
माराडोना ने फ्रांस की फुटबॉल पत्रिका को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ मेरा सपना इंग्लैंड के खिलाफ एक और गोल करने का है । इस बार दाहिने हाथ से ।’’
इंग्लैंड के खिलाफ माराडोना ने वह गोल किया , तब वह 26 वर्ष के थे । अर्जेंटीना ने वह मैच 2 . 1 से जीता और विश्व कप भी अपने नाम किया । चार साल बाद इटली में विश्व कप फाइनल में टीम पश्चिम जर्मनी से हार गई ।
अफगानिस्तान में भारी बारिश के चलते बाढ़ से कम से…
10 hours agoस्लोवाकिया के प्रधानमंत्री की हालत स्थिर
11 hours ago