भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार को खर्च पूरा करने में वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए मप्र की कांग्रेस सरकार ने एक बार फिर 1 हजार करोड़ का कर्ज लेने का फैसला लिया है। दो महीने में सरकार पांचवीं बार बाजार से कर्ज ले चुकी है।
नए लिए जाने वाले कर्ज के साथ अब तक कर्ज ली गई राशि 17 हजार करोड़ रु. हो जायेगी। वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले सरकार को कई प्रोजेक्ट पूरे करने है। उसके लिए पैसों की दरकार है। दूसरी तरफ केंद्र ने जीएसटी के अंशदान में 2 हजार करोड़ की कटौती कर दी है और इतनी ही कटौती अगले वित्तीय वर्ष में भी होने वाली है।
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ऐसे में वित्तीय संकट से जूझ रही सरकार को कर्ज लेना पड़ रहा है। ख़ास बात यह है की इस बार सरकार गवर्नमेंट स्टॉक बेचकर बाजार से यह कर्ज लेगी। वहीं विपक्ष इसे कमलनाथ सरकार वित्तीय कुप्रबंधन बता रहा है।