रायपुर । पिछले 28 दिनों से सिलगेर पुलिस कैंप के विरोध में जारी ग्रामीणों का आंदोलन खत्म हो गया है। बुधवार को आदिवासी समाज और मूलवासी बचाओ मंच के सदस्यों के बीच चली लंबी बैठक के बाद ये फैसला लिया गया। इस दौरान बीजापुर कलेक्टर और एसपी से चर्चा के बाद ग्रामीणों ने कैम्प हटाने समेत 9 मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा…और ये भी कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी..उनका धरना जारी रहेगा।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब सिलगेर के बजाय वो विधिवत कानूनन अनुमति लेकर सुकमा में अपनी सभा करेंगे। कुल मिलाकर करीब 1 महीने बीत जाने के बाद भी आदिवासी नाराज हैं। वहीं गोलीकांड के आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दूसरी ओर सरकार की तरफ से गठित सांसद विधायकों की समिति भी आदिवासियो को संतुष्ट नहीं कर सकी, जिसे लेकर अब विपक्ष भी सवाल उठा रहा है। ऐसे में सवाल यही हैकि इतनी कवायद के बाद भी सिलगेर मामला क्यों नहीं सुलझा । सिलगेर में जो भी घटना हुई उससे सरकार कितनी सबक लेगी।
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