'शाहीन बाग कहीं जलियावाला बाग न बन जाए, तो भी गोलियां खाने को तैयार हैं हम' | 'We are ready to eat bullets even if Shaheen Bagh does not become Jallianwala Bagh'

‘शाहीन बाग कहीं जलियावाला बाग न बन जाए, तो भी गोलियां खाने को तैयार हैं हम’

'शाहीन बाग कहीं जलियावाला बाग न बन जाए, तो भी गोलियां खाने को तैयार हैं हम'

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:14 PM IST, Published Date : February 6, 2020/8:14 am IST

नई दिल्ली। AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने CAA और NRC को लेकर शाहीन बाग में जारी प्रदर्शन पर चिंता जताई है। ओवैसी को डर है कि 8 फरवरी के बाद शाहीन बाग जलियांवाला बाग में न बदल जाए।

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AIMIM सांसद ओवैसी मोदी सरकार की हिटलर से तुलना करते हुए ये बयान दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को गोलियों से भुनवा सकती है। ओवैसी ने आशंका जताई कि शाहीन बाग के प्रदर्शन को खत्म करने के लिए सरकार शक्ति का इस्तेमाल कर सकती है।

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वैसी ने अपने एक बयान में कहा है कि हम गोलियां खाने को भी तैयार हैं। हम डटे रहेंगे लेकिन शाहीन बाग से हटेंगे नहीं। असदुद्दीन ओवैसी ने एनआरसी लागू करने को लेकर भी सरकार से साफ-साफ जवाब मांगा है।

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ओवैसी ने कहा कि ‘सरकार स्पष्ट करे कि 2024 तक एनआरसी नहीं लागू होगा। वे एनपीआर के लिए 3900 करोड़ रुपये क्यों खर्च कर रहे हैं? मैं इतिहास का एक विद्यार्थी रहा हूं और इसलिए महसूस करता हूं। हिटलर ने भी अपने समय में दो बार जनगणना करवाया था और इसके बाद उसने यहूदियों को गैस चैम्बर में डाल दिया था। मैं नहीं चाहता कि हमारा देश भी उसी दिशा में जाए।

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गौरतलब है शाहीन बाग में पिछले पचास दिनों से सीएए और एनआरसी के खिलाफ मुस्लिम तबके को लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आंदोलन में महिलाएं, बच्चे और बूढ़े जवान सभी शामिल हैं। ओवैसी ने कहा विधानसभा चुनाव के बाद भी हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।