संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस यूक्रेन के दौरे पर, युद्ध अपराध के आरोपों की जांच का किया समर्थन |

संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस यूक्रेन के दौरे पर, युद्ध अपराध के आरोपों की जांच का किया समर्थन

संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस यूक्रेन के दौरे पर, युद्ध अपराध के आरोपों की जांच का किया समर्थन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:29 PM IST, Published Date : April 28, 2022/8:41 pm IST

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र/ कीव, 28 अप्रैल (भाषा) संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने बृहस्पतिवार को जोर दिया कि 21वीं शताब्दी में युद्ध को स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही उन्होंने युद्ध अपराधों के आरोपों की अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत (आईसीसी) से गंभीर जांच कराने और जिम्मेदारी तय करने की मांग का समर्थन किया।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने रूस से विश्व निकाय के साथ ‘‘सहयोग को स्वीकार ’’ करने की अपील की।

गुतारेस बृहस्पतिवार को यूक्रेन आने से पहले मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। यूक्रेन में उन्होंने कीव के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया जो रूसी आक्रमण से तबाह हो गए हैं।

चर्च और सेंट एंड्रूयू में जिसे पहले ऑल सेंट इन बुचा कहा जाता था में गुतारेस ने कहा कि जब ‘‘हम इस खौफनाक स्थान को देखते हैं, तो यह मुझे महसूस कराता है कि इसकी गंभीर जांच और जिम्मेदारी तय करना कितना अहम है। मुझे खुशी है कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने स्थिति को समझा है और अभियोजन कार्यालय पहले से यहां मौजूद है। मैं पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत का समर्थन करता हूं और रूसी संघ से अपील करता हूं कि वह आईसीसी से सहयोग को स्वीकार करे लेकिन जब हम युद्ध अपराध की बात करते हैं तो हमें नहीं भूलना चाहिए कि युद्ध अपने आप में सबसे खराब होता है।’’

बोरोदयंका शहर में गुतारेस ने कहा कि जब वह क्षतिग्रस्त हो चुकी इमारतों को देखते हैं तो कल्पना करते हैं कि उनमें से उनके ही परिवार का घर नष्ट हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं देखता हूं कि मेरी पोती भय से भाग रही है और परिवार अंतत: मारा गया है। इसलिए 21वीं सदी में युद्ध निरर्थक है। युद्ध बुराई है। और जब कोई यह स्थिति देखता है तो हमारा दिल निश्चित तौर पर पीड़ितों के साथ होता है। हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ होती हैं और हमारी भावनाएं होती है कि 21वीं सदी में किसी भी स्थिति में युद्ध को स्वीकार नहीं किया जा सकता। ’’

भाषा धीरज पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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