छत्तीसगढ़: नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में बच्चों में कुपोषण में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी |

छत्तीसगढ़: नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में बच्चों में कुपोषण में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी

छत्तीसगढ़: नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में बच्चों में कुपोषण में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : September 12, 2021/5:41 pm IST

रायपुर,12 सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके के आदिवासी बहुल कोंडागांव जिले में पिछले दो वर्षों में कुपोषित बच्चों की संख्या में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

पिछले वर्ष ‘ननगत पिला’ नाम से एक अभियान की भी शुरुआत की गई थी,जिससे न सिर्फ कुपोषण को रोकने में मदद मिली बल्कि इससे जिले में महिलाओं और उनके स्व सहायता समूहों को रोजगार के नए साधन मिलने में भी मदद मिली है।

‘ननगत पिला’स्थानीय भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है ‘स्वस्थ बच्चा’।

राज्य की राजधानी रायपुर से 200 किलोमीटर से भी दूर स्थित कोंडागांव, अक्सर नक्सली हिंसा के कारण खबरों में रहा है। यह गांव अब इस बात का उदाहरण है कि कैसे क्रमबद्ध प्रयासों से न सिर्फ कुपोषण से लड़ने में मदद मिल सकती है बल्कि आजीविका के साधन भी तलाशे जा सकते हैं।

कोंडगांव के जिलाधिकारी पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा,‘‘जिले में कुपोषण रोधी अभियान के तहत किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप कुपोषित बच्चों की संख्या जो वर्ष 2019 में 19,572 थी वह इस वर्ष जुलाई में घटकर 11,440 रह गई।’’

उन्होंने कहा कि मामलों के 41.54 प्रतिशत कम होने का श्रेय विभिन्न विभागों, विशेष रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जाता है।

जिला प्रशासन ने राज्य से कुपोषण समाप्त करने के उद्देश्य से अक्टूबर 2019 में छत्तीसगढ़ सरकार की प्रमुख योजना ‘मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान’ की शुरुआत की थी।

भाषा शोभना सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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