Third Wave of corona How much vaccine protect children?

तीसरी लहर…बच्चों पर कितना असर…वैक्सीन से बच्चों को मिलेगी कितनी सुरक्षा?

तीसरी लहर...बच्चों पर कितना असर...वैक्सीन से बच्चों को मिलेगी कितनी सुरक्षा?! Third Wave of corona How much vaccine protect children?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : January 9, 2022/11:29 pm IST

रायपुर: Third Wave of corona कोरोना की पहली और दूसरी लहर का बच्चों पर खासा असर देखने को नहीं मिला था, लेकिन तीसरी लहर का अटैक बच्चों पर भी हो रहा है। रोजाना आ रहे नए मामलों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। छत्तीसगढ़ में बच्चों के कोरोना पॉजिटिव होने के मामलों में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है। राजधानी रायपुर और रायगढ़ के केवल 2 हॉस्टल में ही 200 से ज्यादा छात्र संक्रमित पाए गए हैं। दूसरी तरफ प्रदेश में 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी जोरों पर है। प्रदेश के करीब 7 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है। अब सवाल यही है कि तीसरी लहर का बच्चों पर कितना असर पड़ेगा और वैक्सीन से बच्चों को कितनी सुरक्षा मिलेगी?

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Third Wave of corona छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर बेकाबू हो चली है। कोरोना के साथ साथ इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से मामले में तेजी आई है। 29 दिसंबर को प्रदेश में जहां 106 नए मरीज मिले थे तो वहीं बीते शनिवार को ये आंकड़ा 34 सौ के पार हो गया। यानि, रोज मिलने वाले नए मरीज सिर्फ 9 दिन में ही करीब 34 गुना बढ़ गए हैं। इसी बीच नौनिहालों पर भी कोरोना की तीसरी लहर, कहर बरपाती हुई नजर आ रही है। तीसरी लहर का असर जितना बड़ों पर हो रहा है उतना ही इसका प्रभाव बच्चों पर भी है। रायगढ़ के नवोदय विद्यालय हॉस्टल से 50 से ज्यादा छात्र, रायपुर के आईआईटी भिलाई कैंपस से लगभग 150 छात्र संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा रायपुर एम्स से 33, मेकाहारा से 25, राजनांदगांव से 36, अपोलो भिलाई से भी कलस्टर में मरीज मिले हैं। इधर अलग-अलग जगहों से भी बच्चे और किशोर कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं। महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है कि इस बार सभी जिलों के अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, जहां, एनआईसीयू और आईसीयू वार्ड बनाए गए हैं।

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आईएपीएसएम यानि इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड कम्यूनिटी मेडिसीन के छत्तीसगढ़ सचिव डा. प्रशांत जायसवाल का कहना है कि पिछले दोनों चरणों में बच्चे संक्रमित हुए थे। लेकिन उनमें गंभीर लक्षण नहीं मिले हैं। इस बार बच्चों में संक्रमण फैला है, इस बार वायरस में बदलाव हो चुका है, जो उपर से श्वसनतंत्र को प्रभावित करता है। लेकिन वैज्ञानिक इसकी भी आशंका जता रहे हैं कि कोरोना संक्रमण का अधिक फैलाव नए वेरियंट को जन्म देगा इसके संक्रमण के गंभीरता का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।

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कोरोना की दूसरी लहर का असर बच्चों पर भी देखने को मिला था। लेकिन इस बार बच्चे कसस्टर में संक्रमित हो रहे हैं, जिन्हें रोकने के लिए शासन की तरफ से हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं। स्कूल आंगनबाड़ी बंद कर दिया गए हैं। बावजूद इसके 18 साल से कम उम्र के बच्चे लगातार संक्रमित हो रहे हैं। वहीं प्रदेश में 15 से 18 साल वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी जोरों पर है। प्रदेश के करीब 7 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है। अब सवाल ये की तीसरी लहर का बच्चों पर कितना असर पड़ेगा?

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