Bhopal Chlorine Gas Leak भोपाल: भोपाल को झीलों की नगरी कहा जाता हैं। जितना सूकूनदायक इस शहर का वातावरण हैं। उतने ही खौफनाक कांड हुए हैं। बीती रात बुधवार को हुए गैस रिसाव ने भोपालियों को एक बार फिर सड़क और हॉस्पिटल पर ला पटका हैं। दरसल बीती रात नगर निगम के वाटर सप्लाई को शुद्ध करने वाले प्लांट से तकरीबन आधे घंटे तक क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। जिसके चलते 70 से अधिक परिवारों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा। जो गैस की चपेट में आए में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
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बुधवार की रात वाटर प्यूरीफायर से लीक हुई क्लोरीन गैस
Bhopal Chlorine Gas Leak भोपाल नगर निगम का ईदगाह हिल्स पर वाटर प्यूरीफायर प्लांट हैं जहां से शहर में शुद्ध पानी को सप्लाई किया जाता हैं। वहां बीती रात बुधवार को पानी को प्यूरिफाई करने काम किया जा रहा था। लेकिन क्लोरी गैस टैंक की एक नोजल खराब होने के कारण क्लोरीन का रिसाव होने लगा। जिसको हवा में फैलने से रोकने के लिए प्लांट में काम कर रहे अधिकारियों ने उसे पानी में डाल में दिया। लेकिन गैस का रिसाव होता रहा। वह पानी चूंकि किनारे से एक नाली के माध्यम से बाहर निकलता था। इसलिए उस पानी में क्लोरीन घुल कर नाली के माध्यम से बहने लगी। नाली का पानी पास में ही बने मदर इंडिया कॉलोनी और अन्य कॉलोनियों के पास से गुजरता हैं। जिसका नतीजा ये हुआ कि जितने भी लोग नाली के पास की कालोनियों में रह रहे थे। उनको सांस लेने में तकलीफ और आंखो में जलन होने लगी। जिसके देखा गया कि यह समस्या कॉलोनी के सभी लोगो को हो रही तो , आस पास के लोगो ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने आने बाद जानकारी मिलते ही बताया कि गैस का रिसाव हुआ हैं। जिसको सुनने के बाद सारे भोपालियों को जैसे 2 दिसंबर 1984 की रात याद आ गई हो। सारे लोग जो जैसा जा सकता था। वो घरों से भागने लगा।
घरों को छोड़ने को तैयार नहीं थे लोग
Bhopal Chlorine Gas Leak पुलिस बाद में कालोनी में रह रहे लोगो को सही जगह शिफ्ट करने के लिए सुविधा दी। और उन इलाकों में शिफ्ट कराया जहां गैस रिसाव का प्रभाव ना के बराबर हो। गैस रिसाव के कारण लोगों को अपनी रात सड़कों पर बितानी पड़ी। लोगों को शिफ्ट करने के दौरान कई लोग जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। उनको घरों में चोरी होने का भय था। जिसको लेकर शाहजहांनाबाद के टीआई सौरभ पांडे ने उन्हे अश्वासन दिया कि पुलिस आपके घरोंं में चोरी ना हो इस बात का खयाल रखेगी। लेकिन घरों की सुरक्षा में खुद टीआई के साथ वो हुआ जिसके बचाव के कॉलोनी वालों को दूर भेजा गया था। टीआई सौरभ पांडे को गैस की वजह से सांस लेने में तकलीफ और आंखो में बुरी तरह जलन होने लगी। यहीं नहीं टीआई सौरभ पांडे के साथ ड्यूटी पर काम कर रहे लोगों को भी तकलीफ होने लगी। हालत गंभीर होने पर टीआई समेत करीब 10 लोगो को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। रिसाव के लगभग आधे घंटे बाद गैस पर काबू पा लिया गया। लेकिन जो क्लोरीन पानी के साथ मिल गई उसके परिणाम देखने को मिले हैं। जो कि काफी गंभीर हैं।
गैस रिसाव सुनते ही दहल जाता है दिल
Bhopal Chlorine Gas Leak शहर में ऐसी घटनओं का होना भोपाल के लोगों का दिल दहला देती हैं। एक्सपर्ट की माने तो अधिक मात्रा में क्लोरीन गैस को इंनहेल करने से व्यक्ति के फेफड़े तक डैमेज हो सकते हैं। लेकिन अभी तक कोई भी अत्यंत गंभीर हालत में नहीं देखा गया। इसके साथ ही आज घरो से बाहर गए सभी लोग वापस आ गए हैं। लेकिन ये दिल दहलाने वाला हादसा कभी लोग भुला नहीं पाएंगे। लोगो के जहन में वो हादसा भी याता है जब रातों रात लाखों की संख्या में लोग कभी ना उठने वाली नींद में सो गए थे। वो घटना थी मिथाइल आइसो साइनेट के रिसाव की, 2 दिसंबर 1984 में भोपाल के लोगो ने जो मंज देखा वो आंखो से आज तक नहीं उतरता हैं। उस घटना के कारण लोग सिर्फ और सिर्फ ये कहते हैं कि जान बची तो लाखो पाएं। बीती रात हुई घटना में लोग जिस हालत में अपने घर में थे। वे उसी हालत में घरों को छोड़ कर भागने लगे। कोई कहता अपनी कार, लेलो कोई कहता अरे गहने लेलो कोई पास के ऐटीएम से पैसे निकालने की बात रहा था। लेकिन कुछ भी हांथ नहीं लगा था। ना पैसा ना गाड़ी ना, ना ही घर सब कुछ छोड़ कर भागना पड़ा।
7 साल पहले बागसेवनिया इलाके में हुआ था गैस रिसाव
Bhopal Chlorine Gas Leak होशंगाबाद रोड पर बागसेवनिया थाने के पास नर्मदा के पानी की सप्लाई के लिए बने पंप हाउस में 7 साल पहले क्लोरीन गैस के एक सिलेंडर में रिसाव हो गया था। इससे आसपास की चार-पांच कॉलोनियों में हड़कंप और दहशत फैल गई थी। मौके पर तैनात कर्मचारियों ने फौरन ही काबू में करने के लिए सिलेंडर को पानी में फेंक दिया था। हालांकि, तब तक गैस आसपास के इलाकों में फैल चुकी थी। इसके असर से अहमदपुर और सुरेंद्र गार्डन के करीब 50 परिवार मकान खाली कर रिश्तेदारों के यहां शिफ्ट हो गए थे। करीब 15 लोग आंखों में जलन और उलटी के कारण अस्पतालों में भर्ती हुए थे। देर शाम हैं। देर शाम तक गैस पर काबू पा लिया गया।
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Summary : Bhopal Chlorine Gas Leak People of Bhopal shudder when they hear the name of the gas leak! No house गैस रिसाव का नाम सुनते ही सिहर जाते हैं भोपाल के लोग! ना घर, ना गाड़ी, ना पैसा सब कुछ छोड़ के पड़ता है भागना