आदिवासियों ने वन विभाग की टीम पर किया था हमला, जवाबी कार्रवाई में घायल हुए थे 5 ग्रामीण, जांच रिपोर्ट में खुलासा | Adivasi attack on team of forest department 5 injured in counter-attack Disclosed in the inquiry report

आदिवासियों ने वन विभाग की टीम पर किया था हमला, जवाबी कार्रवाई में घायल हुए थे 5 ग्रामीण, जांच रिपोर्ट में खुलासा

आदिवासियों ने वन विभाग की टीम पर किया था हमला, जवाबी कार्रवाई में घायल हुए थे 5 ग्रामीण, जांच रिपोर्ट में खुलासा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:00 PM IST, Published Date : July 18, 2019/8:51 am IST

बुरहानपुर । मध्य प्रदेश के नेपानगर वन परिक्षेत्र के ग्राम बदनापुर के जंगलों में 9 जुलाई को आदिवासियों और वन विभाग के अधिकारियों के बीच झड़प हुई थी। इस मामले को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई थी। मुख्यमंत्री कमलनाथ के ट्वीट करने के बाद वन मंत्री उमंग सिंगार ने स्थल का दौरा कर घटना की जांच के आदेश दिए थे। इस मामले में बुरहानपुर कलेक्टर ने जांच के आदेश दिये थे। जिसे संभाग आयुक्त ने खारिज कर दिया था। मामले में 11 जुलाई को ही बुरहानपुर कलेक्टर ने दिये थे जांच के आदेश, इस जांच के आदेश को संभाग आयुक्त ने खारिज कर दिया था, संभाग आयुक्त ने इस प्रकरण की जांच के लिए अपर कलेक्टर को जांच अधिकारी नियुक्त किया था।

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जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आदिवासियों ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया था । जवाब में वन विभाग की टीम ने आदिवासियों पर फाईरिंग
की थी। घटना में 5 आदिवासी घायल हो गए थे।

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बता दें, नेपानगर वन परिक्षेत्र के जंगल में 9 जुलाई को अतिक्रमण हटाने गए वन विभाग की टीम पर आदिवासियों ने हमला बोल दिया था। जिसके बाद विभाग के अधिकारियों द्वारा हवाई फायरिंग की गयी, जिसमें कई आदिवासी घायल हो गए। आदिवासियों के घायल होने का मुद्दा तूल पकड़ने के बाद सीएम कमलनाथ ने आदिवासियों के हित में ट्वीट किया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अपनी ही पार्टी के खिलाफ दिए बयान के बाद सीएम कमलनाथ ने वन मंत्री उमंग सिंगार को जांच का जिम्मा सौंपते हुए तत्काल घटना स्थल पर पहुँचने का आदेश दिया था। उमंग सिंगार ने आदिवासी संगठनों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि वन विभाग के कर्मियों ने गोली जानबूझकर चलाई या आत्मरक्षा में चलाई। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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