अशोक नगर: चुनाव कोई भी हो इस दौरान कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आती है। चाहे मुद्दा टिकट वितरण का हो या किसी और बात को लेकर। इसी बीच लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावी समर में मध्यप्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं में टिकट वितरण को लेकर खलबली मची हुई है। बताया जा रहा है कि अशोक नगर के पूर्व विधायक स्व. देशराज सिंह के बेटे यादवेंद्र यादव ने केपी यादव को टिकट देने की चर्चा को लेकर विरोध जताया है। हालांकि पार्टी ने अभी टिकट का ऐलान नहीं किया है, लेकिन चर्चा है कि भाजपा की ओर से डॉ केपी यादव को पार्टी चुनावी मैदान में उतार सकती है। वहीं, इस बात को लेकर यादवेंद्र यादव ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी छोड़कर जाने की धमकी दी है।
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दरअसल केपी यादव करीब एक साल पहले ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए है। कांग्रेस में वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते थे, लेकिन उपचुनावों के दौरान टिकट कटने के चलते पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ गए थे। वे विधानसभा चुनाव 2018 में मुंगवाली सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें 2000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद स्व. देशराज सिंह के परिवार के लोग लोकसभा चुनाव में दावेदारी कर रहे हैं।
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वर्तमान में पूर्व विधायक की पत्नी बाई सहाब यादव जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, वहीं बेटा अजय यादव मंडी अध्यक्ष हैं। रविवार को जैसे ही केपी यादब को टिकिट मिलने की चर्चा बाजार में आई तो पूर्व विधायक के बड़े लड़के और पार्टी में जिला उपाध्यक्ष यादवेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा से इस्तीफे की धमकी दी है। इस दौरान उनके साथ जिला पंचायत अध्यक्ष बाई सहाब यादव और मंडी अध्यक्ष अजय यादव भी मौजूद रहे।
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वहीं, दूसरी ओर टिकट वितरण को लेकर वीडी शर्मा को टिकट मिलने के बाद पूर्व विधायक गिरिराज पोद्दार की नाराजगी खुलकर सामने आई और उन्होंने उन्हें उम्मीदवार बनाने का विरोध किया। गिरिराज ने प्रदेशअध्यक्ष राकेश सिंह को अपना इस्तीफा भेजा है। उन्होंने प्रत्याशी चयन को लेकर खुद को आहत बताया है।