दमोह: ‘कहते है जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो कौन होगा बचाने वाला’ इस कहावत को सच करने में लगी हुई है दमोह पुलिस। जी हां जिला पुलिस के कुछ कर्मचारियों ने कोटा गांव के दो लोगों की बीच बाजार बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उनके पैर टूट गए। मामले की जानकारी होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस वालों को घेर लिया, जिसके बाद घायलों को उपचार के लिए पटेरा अस्पातल ले जाया गया। पीड़ितों की हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
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मामले को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि ये दोनों युवक प्यारे लाल तथा दिलीप नाम के गाव में ही बाजार के दिन सब्जी की दुकाने लगाए हुए थे। इसी दौरान पटेरा पुलिस के जवान आरक्षक अभिषेक चौबे तथा एसआई दान सींह पुलिस वाहन से बाजार में पहुचे। पुलिसकर्मियों ने दोनों युवकों को सरकारी गाड़ी बैठाकर स्कूल में ले गए। वहां, पुलिसकर्मियों ने स्कूल भवन में लगे ताले को तोड़ने के लिए कहा, लेकिन दोनों युवकों ने मना कर दिया। युवकों का ताला तोड़ने से मना करना पुलिसकर्मियों को नागवार गुजरा और दोनों की बेरहमी से पिटाई करने पर उतारू हो गए। इस वारदात में दोनों ग्रामीणों की पैट गई।
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वहीं, इस पूरे मामले में पटेरा पुलिस कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही है। ग्रामवासियो के अनुसार पटेरा पुलिस के जवान आए दिन गांव में आकर, लोगों के साथ अत्याचार करते हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस की सरपरस्ती में गांव में कुछ लोग शराब का अवैध कारोबार चला रहे हैं। पुलिसकर्मी यहां अपने कमीशन के चक्कर में आते हैं और ग्रामीणों के साथ अत्याचार करते हैं।