महाराष्ट्र में फिर सियासी उथल-पुथल, सरकार पर मंडराया संकट | Political turmoil again in Maharashtra, government hurdles

महाराष्ट्र में फिर सियासी उथल-पुथल, सरकार पर मंडराया संकट

महाराष्ट्र में फिर सियासी उथल-पुथल, सरकार पर मंडराया संकट

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:48 PM IST, Published Date : May 1, 2020/3:14 am IST

मुंबई। महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी उथल पुथल मच गया है। महाराष्ट्र विधान परिषद की 9 रिक्त सीटों के चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग की बैठक आज होनी है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर राज्य विधान परिषद की 24 अप्रैल को खाली हुई नौ खाली सीटों पर शीघ्र चुनाव कराने का आग्रह किया है।

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28 मई तक उद्धव अगर किसी भी सदन के सदस्य नहीं बने तो उनकी कुर्सी चली जाएगी। सीएम हटे तो सरकार का गिरना तय है। राज्यपाल द्वारा आयोग को लिखे गए पत्र में आग्रह किया है कि लॉकडाउन की गाइडलाइन और राज्य की विषम परिस्थिति के मद्देनजर स्थिर सरकार जरूरी है। ऐसे में विधान परिषद के लिए चुनाव कराना ज्यादा उचित होगा।

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अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी बचाने को केंद्र सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। उद्धव ठाकरे के प्रधानमंत्री के साथ बातचीत और राज्यपाल की अपील का असर शुरू हो गया है। उद्धव ठाकरे फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। 27 मई तक अगर वो किसी भी सदन के सदस्य नहीं बनते तो 28 मई को सरकार संकट में आ जाएगी। संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक उन्हें इस्तीफा देना होगा। लेकिन चुनावी कार्यक्रम जारी होने के बाद भी कानूनी लफड़े बने हुए हैं।

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कानून के जानकारों की मानें तो विधान परिषद का चुनाव कोई निर्दलीय भी लड़ सकता है लेकिन नामांकन का पर्चा दाखिल करने के लिए उसे कम से कम दस विधायकों का समर्थन पत्र देना होता है।