किसानों को भूपेश सरकार की बड़ी सौगात, अब समर्थन मूल्य में अपना धान बेच सकेंगे वन अधिकार पट्टाधारी, निर्देश जारी | Big gift of the Bhupesh government to farmers, now the forest rights lessee will be able to sell his paddy in support price

किसानों को भूपेश सरकार की बड़ी सौगात, अब समर्थन मूल्य में अपना धान बेच सकेंगे वन अधिकार पट्टाधारी, निर्देश जारी

किसानों को भूपेश सरकार की बड़ी सौगात, अब समर्थन मूल्य में अपना धान बेच सकेंगे वन अधिकार पट्टाधारी, निर्देश जारी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:53 PM IST, Published Date : October 20, 2020/2:54 pm IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के वनाधिकार पट्टाधारी किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में वन अधिकार पट्टाधारी किसानों से भी समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर खाद्य विभाग द्वारा वन अधिकार पट्टा वाले किसानों के पंजीयन हेतु साफ्टवेयर में आवश्यक प्रावधान किया जा रहा हैं। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव द्वारा ऐसे वन अधिकार पट्टाधारी किसानों का पंजीयन करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को जारी किया गया है जिन्होंने अपने पट्टे की भूमि पर धान की फसल बोई है।

Read More: लड़कियां जेब में रखा करें चाकू, जरूरत पड़े तो मार देना, चिंता करने की जरूरत नहीं, योगी सरकार के मंत्री ने दी नसीहत

जिला कलेक्टरों को जारी निर्देश में कहा गया है कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए किसान पंजीयन का कार्य प्रचलित है। किसान पंजीयन के संबंध में अब ऐसे किसान जिनके पास वन अधिकार पट्टा है और उन्होंने इस भूमि पर धान की फसल बोई है उनका भी धान खरीदी के लिए किसान पंजीयन किया जाए। जिले में ऐसे कुल किसानों की संख्या और धान का कुल रकबा की जानकारी से एनआईसी और विभाग को ई-मेल और पत्र के माध्यम से अवगत कराया जाए। निर्देश में बताया गया है कि साफ्टवेयर में वन अधिकार पट्टा वाले किसानों के पंजीयन के लिए आवश्यक प्रावधान किया जा रहा है।

Read More: मौसम विभाग ने जारी की मूसलाधार बारिश की चेतावनी, इस राज्य में आगामी ​तीन दिनों तक बरसेंगे बदरा

विभागीय साफ्टवेयर के अनुसार 1288 समितियों में से अभी भी 20 समितियों में किसान पंजीयन का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। इनमें बलरामपुर में 10, सरगुजा और सूरजपुर में 3-3, कवर्धा में 2, रायगढ़ और नारायणपुर में एक-एक समितियां है। इन समितियों में भी किसान पंजीयन का कार्य शीघ्र प्रारंभ किए जाने और पिछले साल के कैरी फारवर्ड किसानों के खसरा प्रविष्टी के कार्य में तेजी लाने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि किसान पंजीयन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक निर्धारित है।

Read More: महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा बोलीं- महिलाओं की सुरक्षा और मुद्दों पर सीएम शिवराज तोड़ें चुप्पी

 
Flowers