इंदौर। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर निकलने वाली परंपरागत झांकी चल समारोह की तैयारी अंतिम चरणों में है और शाम को झाकियों की महफ़िल सजने का हर कोई बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है। नौ दशकों से निकल रहे इस गणेश विसर्जन जुलूस में शहर के साथ ही आसपास के कई जिलों से लाखों लोग शामिल होते हैं। सालों से चली आ रही परंपरागत झांकियों में कई सामाजिक सन्देश और ज्वलंत समस्याओं पर झांकिया बनाई जाती हैं।
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चल समारोह में झिलमिल-झिलमिल झांकियों और अखाड़ों के द्वारा इंदौर की गौरवशाली परंपरा को निभाया जाता है।
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गणेशोत्सव के चल समारोह में बाहुबली-2, पर्यावरण सुरक्षा, स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ- बेटी बढ़ाओ जैसे कई सन्देशों को झाकियों के स्वरूप में दर्शाया गया है। विश्व प्रसिध्द चल समारोह का सभी को बेसब्री से इंतजार है। चल समारोह मार्ग की ट्रैफिक व्यवस्था डायवर्ट की गई है ।
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चल समारोह के आकर्षण
स्थानीय मिल में बहुत सुन्दर सुन्दर झाकियों का निर्माण किया गया है। यहां एक झांकी ऐसी भी बनी है,जिसमें भगवान कार्तिकेय पृथ्वी की परिक्रमा और भगवान गणेश, भोलेनाथ और माता पार्वती की परिक्रमा करते हुए दिखाई देंगे। वही एक झांकी में भगवान श्रीराम और उनके भक्त केवटराज की कथा को दर्शक देख पाएंगे। झांकी में भगवान कार्तिकेय और गजानंद के बीच हुई सबसे बड़े बुद्धिमान को लेकर हुई प्रतिस्पर्धा नजर आएगी। इसमें कार्तिकेय धरती के चक्कर लगाते नजर आएंगे, जबकि श्रीगणेश शिव-पार्वती की परिक्रमा करते दिखेंगे।
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