धान खरीदी केंद्रों में बंपर आवक, 7 दिनों के भीतर 7,11,306 मीट्रिक टन धान की खरीदी, करोड़ों का अवैध धान भी जब्त | purchase 7,11,306 Metric ton Paddy by Chhattisgarh Government with in 7 days

धान खरीदी केंद्रों में बंपर आवक, 7 दिनों के भीतर 7,11,306 मीट्रिक टन धान की खरीदी, करोड़ों का अवैध धान भी जब्त

धान खरीदी केंद्रों में बंपर आवक, 7 दिनों के भीतर 7,11,306 मीट्रिक टन धान की खरीदी, करोड़ों का अवैध धान भी जब्त

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : December 9, 2019/1:20 am IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के धान खरीदी शुरू हुए लगभग 8 दिन बीत चुके हैं। इन एक सप्ताह के भीतर धान खरीदी केंद्रों में धान की बंपर आवक है। रविवार को खाद्य विभाग के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 6 दिनों तक हुए धान खरीदी का आंकड़ा जनता के सामने पेश किया। डॉ कमलप्रित सिंह ने बताया कि 1 सप्ताह में एक लाख 73 हजार 491 किसानों से 7 लाख 11 हजार 306 मैट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसके साथ ही धान विक्रय करने वाले एक लाख 26 हजार 897 किसानों को 700 करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। वहीं, इस दौरान उन्होंने बिचौलियों और कोचियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अब तक 2 हजार 270 प्रकरणों में 2 हजार 138 कोचियों और 132 अंतर्राज्यीय प्रकरणों में 29 हजार 170 टन अवैध धान की जप्ती की गई है। जब्त धान की अनुमानित लागत अगर 2500 के अनुसार देखा जाए तो 72 करोड़ रुपए होगी।

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इस दौरान दूसरे प्रदेशों से आने वाले धान पर तथा कोचियों, बिचौलियों पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। 7 दिसम्बर 2019 की स्थिति में कुल 2 हजार 270 प्रकरणों में 2 हजार 138 कोचियों और 132 अंतर्राज्यीय प्रकरणों में 29 हजार 170 टन अवैध धान की जप्ती की गई है, जिसमें 260 वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। किसी भी किसान के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सभी प्रकरणों में धान खरीदी के ऐसे प्रकरण जिसमें बिना किसी मंडी लाइसेंस अथवा अन्य दस्तावेज जैसे खरीदी पत्रक नहीं होने पर कार्यवाही की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में छोटे व्यापारियों द्वारा वैध तरीके से किसानों से धान खरीदने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

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मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में की गई घोषणा के अनुरूप एक ही प्रकार के कृषि उपज के संबंध में मंडी अधिनियम के तहत 4 क्विंटल के स्थान पर 10 क्विंटल के संग्रहण की अनुमति छोटे व्यापारियों को दी गई हैै। प्रदेश में धान खरीदी की अपनी पूरी अवधि 15 फरवरी 2020 तक की जाएगी। धान खरीदी केन्द्रों के क्षमता के अनुसार किसानों को असुविधा से बचाने के लिए टोकन जारी करने की व्यवस्था प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी गई है। यह अफवाह असत्य है कि कोई लिमिट लगाकर किसानों से धान खरीदी की जा रही है।

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धान की खरीदी के लिए छोटे-बड़े सभी किसानों से उनके पंजीकृत रकबे के अनुसार प्रति एकड़ 15 क्विंटल की दर से धान खरीदी सुनिश्चित की जाएगी एवं धान खरीदी के लिए प्रत्येक किसान को अपनी उपज बेचने का अवसर प्रदान किया जाएगा। प्रदेश में धान खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है। 2500 प्रति क्विंटल की दर से शेष राशि के भुगतान के लिए अन्य राज्यों में प्रचलित योजना का अध्ययन कर पृथक योजना शीघ्र लागू की जाएगी। राज्य शासन द्वारा धान खरीदी के लिए आवश्यक धन राशि तथा बारदानों की व्यवस्था की गई है।

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